उपसर्ग (लिखित कार्य)
उपसर्ग’ शब्द उप’ एवं ‘सर्ग’ शब्द के मेल से बना है, जिसमें ‘सर्ग’ मूल शब्द है, जिसका अर्थ होता है- जोड़ना, रचना, निर्माण करना आदि। यानी मूल शब्दों के पहले अथवा आगे जो शब्दांश लगाए जाते हैं, वे उपसर्ग कहलाते हैं।
इस प्रकार मूल शब्द से पहले जुड़कर जो शब्दांश उस शब्द के अर्थ में परिवर्तन ला देते हैं, वे उपसर्ग कहलाते हैं।
इस प्रकार मूल शब्द से पहले जुड़कर जो शब्दांश उस शब्द के अर्थ में परिवर्तन ला देते हैं, वे उपसर्ग कहलाते हैं।
उपसर्ग के भेद
हिंदी भाषा में चार प्रकार के उपसर्ग होते हैं।
हिंदी भाषा में चार प्रकार के उपसर्ग होते हैं।
· संस्कृत के उपसर्ग
· हिंदी के उपसर्ग
· उर्दू के उपसर्ग
· संस्कृत के अव्यय
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