5. द्वंद्व समास – जिस समास में दोनों ही पद प्रधान हों, वह द्वंद्व समास कहलाता है; जैसे-राजा-रंक, माता-पिता, राम-रहीम अन्न-जल
6. अव्ययीभाव समास – अव्ययीभाव समास में पूर्वपद अव्यय’ होता है तथा वहीं उत्तर पद प्रधान होता है। अव्ययीभाव समास को विग्रह करते समय ‘उत्तरपद’ पहले लिखा जाता है और पूर्वपद बाद में लिखा जाता है। जैसे-आमरण, आजीवन, रातो रात, अनजाने, यथाशीघ्र।
अभ्यास-कार्य
व्याकरण पेज नम्बर ६६ में प्रश्न २,३,४,५ और ६ को हल करके नोटबुक में लिखना है।
बहुविकल्पी प्रश्न (ONLY FOR PRACTICE)
1 किस समास का पहला पद गणनीय होता है
(i) द्विगु समास
(ii) द्वं द्व समास
(iii) तत्पुरुष समास
(iv) कर्मधारय समास
(i) द्विगु समास
(ii) द्वं द्व समास
(iii) तत्पुरुष समास
(iv) कर्मधारय समास
2. विशेषण और विशेष्य साथ-साथ होते हैं
(i) अव्ययी भाव
(ii) कर्मधारय समास
(iii) द्वं द्व समास
(iv) बहुब्रीहि समास
(i) अव्ययी भाव
(ii) कर्मधारय समास
(iii) द्वं द्व समास
(iv) बहुब्रीहि समास
. दो पदों के मध्य कारक चिह्न आता है
(i) द्वंद्व समास
(ii) तत्पुरुष समास
(iii) अव्ययीभाव समास
(iv) कर्मधारय समास
(i) द्वंद्व समास
(ii) तत्पुरुष समास
(iii) अव्ययीभाव समास
(iv) कर्मधारय समास
4. निम्न में समास के सही भेदों को चिहनित कीजिए
यथानियम ,, आजन्म
(i) तत्पुरुष समास
(ii) अव्ययीभाव समास
(iii) कर्मधारय समास
(iv) बहुब्रीहि समास
5. चतुर्भुज
(i) द्विगु समास
(ii) बहुव्रीहि समास
(iii) तत्पुरुष समास
(iv) अव्ययीभाव समास
(i) द्विगु समास
(ii) बहुव्रीहि समास
(iii) तत्पुरुष समास
(iv) अव्ययीभाव समास
6. श्याममेघ
(i) अव्ययीभाव समास
(ii) कर्मधारय समास
(iii) तत्पुरुष समास
(iv) द्विगु समास
(i) अव्ययीभाव समास
(ii) कर्मधारय समास
(iii) तत्पुरुष समास
(iv) द्विगु समास
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