Tuesday, February 23, 2021

STD 7TH निबंध-लेखन

   

निबंध-लेखन


 निबंध गद्य की विशेष विधा है। नि + बंध अर्थात नियोजित रूप में बँधा होना। यह अपने विचारों को प्रकट करने का उत्तम माध्यम है। इसमें लेखक किसी विषय पर स्वतंत्र, मौलिक तथा सारगर्भित विचार क्रमबद्ध रूप में प्रस्तुत करता है। निबंध लिखते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए-

  • निबंध निर्धारित शब्द-सीमा के अंतर्गत ही लिखा जाता है।
  • निबंध के वाक्य क्रमबद्ध और सुसंबद्ध होने चाहिए तथा विचार मौलिक हो। निबंध की भाषा प्रभावशाली और विषयानुकूल हो तथा उसमें विराम-चिह्नों का यथास्थान प्रयोग किया जाता हो।
  • निबंध दिए गए संकेत बिंदुओं के आधार पर ही लिखा गया हो।
  • निबंध में दिए गए संकेतों के आधार पर विषय वस्तु अलग-अलग अनुच्छेदों में व्यक्त हो। अनावश्यक बातों का वर्णन निबंध में नहीं होना चाहिए।

 विज्ञान-वरदान या अभिशाप
आधुनिक युग विज्ञान का युग कहलाता है। विज्ञान ने अनेक चमत्कारिक आविष्कार किए हैं। इसने मनुष्य के व्यक्तिगत, सामाजिक तथा आर्थिक जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन ला दिए हैं। आज मनुष्य चंद्रमा और अन्य ग्रहों-उपग्रहों तक पहुँचकर अपनी कीर्ति-पताका फहरा रहा है। यह सब विज्ञान की ही देन है।

आज विज्ञान ने यातायात के ऐसे द्रुतगामी साधन दिए हैं कि यह दुनिया के किसी भी कोने में थोड़े समय में पहुँच सकता है। टेलीफ़ोन, बेतार के तार, टेलीप्रिंटर सैल्यूलर फ़ोन, सेटलाइट फ़ोन जैसी अनेक सुविधाएँ प्रदान की हैं जिससे संचार माध्यमों में क्रांति आ गई है। मनोरंजन के क्षेत्र में दूरदर्शन, विडियो, चित्रपट जैसे साधन देकर विज्ञान ने मानव को उपकृत किया है।

चिकित्सा के क्षेत्र में विज्ञान की उपलब्धियाँ अत्यंत चौका देने वाली हैं। कल तक जो बीमारियाँ असाध्य समझी जाती थीं, उनका उपचार आज संभव है। आज तो मानव शरीर के अंगों का प्रत्यारोपण, अल्ट्रासाउंड, शल्प चिकित्सा, टेस्ट ट्यूब बेबी, स्कैनिंग जैसे अत्याधुनिक सुविधाओं ने अनेक असाध्य रोगों पर विजय प्राप्त कर ली है। इसके अतिरिक्त कृषि, शिक्षा, आवास, उद्योग, मुद्रण कला जैसे अनेक क्षेत्रों में भी विज्ञानों के वरदानों ने चमत्कारिक प्रगति की है।

आज इतनी उपलब्धियों के बावजूद विज्ञान एक अभिशाप भी है। ऐसे-ऐसे अस्त्र-शस्त्रों का निर्माण हुआ है जो एक ही प्रहार में पूरे शहर को नष्ट कर देने की क्षमता रखते हैं। न्यूट्रान बम सारे जीवित प्राणियों को मार डालता है और संपत्ति बच जाती है। आपसी होड़ के कारण, रूस, अमेरिका, फ्रांस, चीन, इंग्लैंड आदि देशों ने हथियारों का इतना भयानक भंडार बना लिया है कि यदि कभी विश्वयुद्ध छिड़ गया तो आधी दुनिया तत्काल समाप्त हो जाएगी।

सच तो यह है कि विज्ञान अपने आप में एक महान शक्ति है। मनुष्य इसका जैसा चाहे वैसा उपयोग कर सकता है। अणु-शक्ति के प्रयोग से बड़े-बड़े बिजली घर भी बन सकते हैं और पलक झपकते लाखों लोगों की जान भी ले सकते हैं। यह तो हमारी विवेक-बुद्धि पर निर्भर करता है कि इसका किस प्रकार उपयोग करें।


अभ्यास-कार्य

कोरोना महामारी से हुई देश की अर्थ व्यवस्था पर असर का वर्णन करते हुए १०० से १२० शब्दो में निबन्ध लिखिए। 


Tuesday, February 2, 2021

STD 7TH HINDI (छोटा जादूगर)

छोटा जादूगर


 कठिन शब्दार्थ-

१ कार्निवाल = शहरों में लगने वाला मेला

२ आकृष्ट = आकर्षित

३ उपेक्षा, निरादर

४ पथ्य = रोगी के अनुकूल भोजन

५ कमलिनी = कमल के फूल।

६ जीविका = रोजी-रोटी का साधन

७ अस्ताचलगामी सूर्य = छिपता हुआ सूरज।

८ स्फूर्तिमान = फुर्तीला

९ अविचल = स्थिर

१० स्तब्ध = हैरान

११ बटोरना = इकट्ठा करना

१२ विनोद = मजाक 

१३ मैला = गंदा

१४ धैर्य = सहनशीलता

१५ निर्मल = स्वच्छ

१७ तिरस्कार उपेक्षा
१८ समग्र पूरा
१९ स्वीकार मंजूर
२० पथ रास्ता
२१ कारावास बंदीगृह
२२ निकेतन आवास

अन्य प्रश्न

प्रश्न 1.
लेखक ने छोटे जादूगर की झोंपड़ी में क्या देखा?
उत्तर:
लेखक ने छोटे जादूगर की झोंपड़ी में एक स्त्री को देखा। वह चिथड़ों से लदी हुई काँप रही थी। उसे देखकर यह लग रहा था कि उसकी तबियत बहुत खराब है। छोटा जादूगर ने उसके ऊपर कंबल डालकर उसके शरीर से चिपटते हुए कहा माँ। लेखक की आँखों से आँसू निकल पड़े।

प्रश्न 2.
कहानी के आधार पर छोटे जादूगर की दशा का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
छोटा जादूगर एक तेरह-चौदह वर्ष का बालक था। उसकी दशा बहुत दयनीय थी। उसके परिवार में माता-पिता थे। पिता तो देश की खातिर जेल में चले गए थे। उसकी माँ बीमार रहती थी। पैसे न होने के कारण अस्पताल वालों ने उसे निकाल दिया था। वह छोटा बालक सड़क के किनारे खेल-तमाशा दिखाया करता था। अपनी माँ की इतनी सेवा करने के बावजूद अंत में उसकी माँ का देहांत हो गया और वह इस संसार में अकेला रह गया।



प्रश्न 3 छोटे जादूगर का खेल उस दिन क्यों नहीं जमा ?
उत्तर
छोटे जादूगर का खेल उस दिन इसलिए नहीं जमा क्योंकि उसे अपनी बीमार माँ की बीमारी की दशा सताये जा रही थी। साथ ही उसे माँ के कहे शब्द बार-बार उसके मस्तिष्क में काँध रहे थे कि वह उस दिन जल्दी लौटकर आ जाए, क्योंकि उनकी घड़ी समीप ही थी।


प्रश्न 4 बालक का नाम छोटा जादूगर क्यों पड़ा?
उत्तर
बालक की उम्र तेरह-चौदह वर्ष की रही होगी। वह अपनी जीविका के लिए ताश, गुड़िया, बन्दर आदि के खेल दिखाता था। इन खेलों से लोगों का मनोरंजन करता था। इसलिए उसका नाम छोटा जादूगर पड़ गया।

प्रश्न 5 छोटे जादूगर के किन-किन गुणों ने तुम्हें प्रभावित किया ?
उत्तर
छोटा जादूगर दुःख और पीड़ा की अवस्था में धीरज धरे हुआ था। वह अपनी माँ की बीमारी की दवाई के लिए खेल दिखाता है। वह किसी के सामने भीख के लिए हाथ नहीं बढ़ाता है। उसे परिश्रम करने में विश्वास है। वह बोलचाल में चतुर है, साहसी है। वह अभिवादनशील है।

TEXT BOOK LINK

https://crdcupload.s3.ap-south-1.amazonaws.com/CBSE20-21_Group1/VII/Hindi/Term%202/Chota%20Jadugar/TSD_CB_VII_Hindi_Chota%20Jadugar.pdf

WORK  BOOK LINK


https://crdcupload.s3.ap-south-1.amazonaws.com/CBSE20-21_Group1/VII/Hindi/Term%202/Chota%20Jadugar/AS_WB_CB_VII_Hindi_Chota%20Jadugar.pdf

VIDEO LINK


https://crdcupload.s3.ap-south-1.amazonaws.com/CBSE20-21_Group1/VII/Hindi/Term%202/Chota%20Jadugar/CB_VII_Hindi_Chota%20Jadugar%202.mp4