Wednesday, July 29, 2020

उपसर्ग (हिंदी के उपसर्ग)





हिंदी के उपसर्ग





उपसर्ग
अर्थ
उपसर्ग लगाकर बने शब्द
अन
अभाव,निषेध

अनपढ़,अनदेखा,अनबन
दु
कम,दो
दुगुना,दुभाषिया,दुर्गम
पर
दूसरा
परलोक,परोपकार,परनानी
बिन
रहित
निहत्था,निहाल,निपट
सु
अच्छा
सुअवसर,सुविचार,

Monday, July 27, 2020

उपसर्ग practice continue..

(ii) 
(iii) 
बे
(iv) 
समझ
5. दुर्गति
(i) 
दु
(ii) 
दुर
(iii) 
दुर्द
(iv) 
दशा
6. प्रतिक्षण
(i) 
प्र
(ii) 
प्रति
(iii) 

(iv) 
कूल
7. कमजोर
(i) 
अक्ल
(ii) 
कम्
(iii) 

(iv) 
कम
8. सुराज्य
(i) 

(ii) 
सु
(iii) 
सुरा
(iv) 
सुरा

बहुविकल्पी प्रश्न (उपसर्ग)

बहुविकल्पी प्रश्न

नीचे दिए गए शब्दों के लिए प्रयुक्त उपसर्गों के सही विकल्प को चिह्नित कीजिए।
1. 
दुर्बल
(i) 
दुर
(ii) 
दु
(iii) 
दुर्ग
(iv) 
ति
2. आजीवन
(i) 

(ii) 

(iii) 
आज
(iv) 
आजी
3. प्रतिक्षण
(i) 
प्र.
(ii) 
प्रति
(iii) 
प्रत
(iv) 
कूल
4. बेसहरा
(i) 
बेस   

उपसर्ग की तरह प्रयुक्त होनेवाले अव्यय

उपसर्ग की तरह प्रयुक्त होनेवाले अव्यय



उपसर्ग
अर्थ
उपसर्ग लगाकर बने शब्द
कु
बुरा
कुटिल,कुपोषण,कुचक्र
सहित
सपरिवार,सचित्र,सफल
पर
अन्य,दुसरा
परोपकार,परजीवी,परलोक
चिर
दीर्घकालीन
चिरपरिचित,चिरस्थायी
सह
साथ
सहोदर,सह्पाठी,सहमति



गृहकार्य

पुस्तक पेज नम्बर.५३ का प्रशन २,,४ और ५को हल करके व्याकरण की नोट्बुक में लिखना है।

उपसर्ग (लिखित कार्य continue..........)

उर्दू के उपसर्ग



उपसर्ग
अर्थ
उपसर्ग लगाकर बने शब्द
दर
में
दरमियान,दरकीनार
ना
नहीं,बिना
नामुनकिन,नाबालिग
हम
एक जैसा,साथ
हमदर्द, हमउम्र,हमनाम,
हर
प्रत्येक
हरएक,हरकाम,हरदिन
बे
बिना
बेखबर,बेगुनाह,बेईमान






उपसर्ग continue

संस्कृत के उपसर्ग
उपसर्ग
अर्थ
उपसर्ग लगाकर बने शब्द
अनु
पीछे,समान
अनुचर,अनुवाद,अनुकरण
अन
अभाव
अनमोल,अनदेखा,अनावश्यक
सु
शुभ
सुपुत्र,सुबोध,सुशांत
स्व
निजी
स्वतंत्र,स्वरूप,स्वागत
प्र
अधिक,आगे
प्रकार,प्रयोग,प्रवचन,प्रशिक्षण

उपसर्ग

उपसर्ग (लिखित कार्य)
उपसर्ग’ शब्द उप’ एवं सर्ग’ शब्द के मेल से बना हैजिसमें सर्ग’ मूल शब्द हैजिसका  अर्थ होता है- जोड़नारचनानिर्माण करना आदि। यानी मूल शब्दों के पहले अथवा आगे जो शब्दांश लगाए जाते हैंवे उपसर्ग कहलाते हैं।
इस प्रकार मूल शब्द से पहले जुड़कर जो शब्दांश उस शब्द के अर्थ में परिवर्तन ला देते हैंवे उपसर्ग कहलाते हैं।
उपसर्ग के भेद
हिंदी भाषा में चार प्रकार के उपसर्ग होते हैं।
·         संस्कृत के उपसर्ग
·         हिंदी के उपसर्ग
·         उर्दू के उपसर्ग
·         संस्कृत के अव्यय

Saturday, July 25, 2020

पत्र-लेखन (औपचारिक पत्र)


पत्र-लेखन (औपचारिक पत्र)

प्रार्थना पत्र,सरकारी विभागो को लिखे जाने वाले पत्र अर्थात कार्यालयी पत्र एवं व्यावसायिक पत्र औपचारिक पत्र कहलाते है।

औपचारिक पत्र को तीन भागो में बाटाँ जा सकता है:--
1 प्रार्थना पत्र--अवकाश, सुधार,आवेदन आदि
2 कार्यालयी पत्र--- किसी सरकारी विभाग या अधिकारी को लिखे गये पत्र ।
3 व्यावसायिक पत्र -----किसी दुकानदार,व्यापारी,कम्पनी,प्राकाशन आदि को लिखे गये पत्र्।




प्रारूप‌‌-

प्रधानाचार्य को लिखे गए प्रार्थना-
सेवा में,
प्रधानाचार्य,
विद्यालय का नाम व पता………….
दिनांक …………………. 
विषय- (पत्र लिखने के कारण)।
महोदय जी,
पहला अनुच्छेद ………………….
दूसरा अनुच्छेद ………………….

आपका आज्ञाकारी/आज्ञाकारिणी शिष्य/शिष्या,
क० ख० ग०
कक्षा………………….